रत्नों के राजकुमार हैं पन्ना ।।
रत्नों की दुनियाँ में राजा पिता यदि माणिक्य हैं रानी व माता मोती हैं सेनापति व भाई मंगल हैं तो वही पन्ना राजकुमार व पुत्र हैं चंचल बुद्धि बुद्धिमान थोड़े मस्ती करने वाले स्वभाव से परिलक्षित धन व ऐश्वर्य से परिपूर्ण माता पिता के चहेते थोड़े भोगी किस्म के प्रभाव से परिलक्षित पन्ना धन ऐश्वर्य के प्रदाता मानसिक कार्य में दक्ष हैं । पन्ना का प्रभाव जातक व जातिका के मस्तिष्क पर बेहद ही अनुकूल प्रभाव डालते हैं इनका सबसे ज्यादा प्रभाव वाणी पर देखने को मिलता हैं । वाणी में सटीकता धर्म कार्य हेतु ज्ञान की सिद्ध वाणी के कारक व घटक हैं ।
पन्ना धरण करने के फायदे :-
बुद्धि में प्रखरता
शिक्षण कार्यों में दक्षता
वाणी में चपलता
मुख से संबंधित दोष का दूर होना
मीडिया के कार्यों में परिपूर्णता
तंत्र साधन में वाक सिद्धि प्रदाता
शोध कार्यों में सफलता
ज्योतिष ज्ञान विज्ञान के कार्यों में सहायक
लेखन कार्य में दक्षता
भौतिक और अभौतिक सुखों की प्राप्ति
इज्जत प्रतिष्ठा मान सम्मान की प्राप्ति
विद्वता प्रदान करने वाला
चमड़े से जनित रोग को नाश करने वाला
राजनीति में सफलता का सबसे बड़ा कारक ।।
पन्ना वास्तव में बौद्धिक क्षमता को बढ़ा देता हैं जिससे वाणी दृष्टि भाव विचार में सकारात्मक परिवर्तन आता हैं ज्योतिषीय शोध में इस बात की पुष्टि कई बार हो चुकी हैं । पन्ना की पराकाष्ठा इतनी हैं की अकेला पन्ना ही व्यक्ति के भाग्य को बदल सकता हैं चाहे वो जातक या जातिका खुद करें या अपने द्वारा उत्पन्न संतति द्वारा करवा लें । क्योंकि ऐसे जातक जातिका का बौद्धिक क्षमता अपार होता हैं ये कूटनीतिज्ञ होते हैं राजनीतिज्ञ हो सकते हैं । किन्तु , पन्ना कूटनीति को धारण करने वाला होता हैं ।
पन्ना बुध का रत्न हैं जो मुख्यतः वृषभ मिथुन सिंह कन्या तुला मकर व कुम्भ लग्न में जन्मे जातक व जातिका पर बेहद ही प्रभावशाली हैं ।। इन लग्नों में जन्मे हुए जातक व जातिका के जीवन में पन्ना सकारात्मक पहलू को जागृत कर देता हैं फिर भी यदि पन्ना धारण करने का पहलू हो तो किसी ज्योतिषविज्ञ से उचित सलाह ले लेना उचित होगा ।।
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