होंठ विचार :-
ज्योतिषीय विचार अनुसार ओंठ पर बुध ग्रह का प्रभाव देखने को मिलता हैं । क्योंकि होंठ का कार्य वाणी का हैं व्यक्त विचार का हैं राजसी भोग का हैं स्वाभाविक तौर पर वाणी की चपलता का हैं व्यक्त होने वाले बुद्धि का हैं उपरोक्त संबंधित घटक ज्योतिषीय बुध ग्रह से संबंधित हैं । उपरोक्त कारण वश ओंठ पर बुद्ध ग्रह का प्रभुत्व देखने व समझने को प्राप्त होता हैं । बुध से संबंधित जितने भी ज्योतिषीय घटक हैं उन सभी का प्रभाव सामुद्रिक ( शरीर ) शास्त्र के अंतर्गत देखने को गुह्य स्तर पर मिलता हैं । इसी सूत्रों के आधार पर आज चेहरा विश्लेषण का दूसरा भाग होंठ विश्लेषण के माध्यम से आप सभी के समक्ष उपयुक्त लेखनी को प्रस्तुत करता हूँ । उपरोक्त संबंधित लेखनी में विघ्नविनाशक विघ्नहर्ता गणेश मेरी सहयाता करें । मेरे गुरु व मेरे आराध्य आनंदेश्वर नाथ मेरी सहायता करें इसी प्रार्थना के साथ अपनी लेखनी को प्रारंभ करता हूँ ।
विचारणीय तथ्य :-
सामुद्रिक शास्त्र में समुद्र रूपी संज्ञा भौतिक तौर पर प्रत्यक्षकारिणी शरीर को जिसे आपने और हमने जीवन हेतु इस मृत्यु लोक में धारण किया हैं संबोधित हैं ।
उपरोक्त संबंधित संज्ञा भी सामुद्रिक रूपी शरीर के एक रत्न समान हैं । जिस प्रकार मृत्यु लोक में मौजूद समुद्र के कई प्रभाग व तत्व जो समुद्र के अस्तित्व को निर्धारित करते हैं एक एक रत्न के समान हैं ठीक उसी प्रकार शरीर रूपी इस सामुद्र का एक एक दृश्य व अदृश्य अंग रत्न के समान ही हैं । उसमे से एक रत्न के स्वरूप , क्रिया , प्रतिक्रिया व प्रभाव का विवेचना अपने गुरु व आराध्य आनंदेश्वर नाथ की कृपा से आप सभी के विद्वतजनों के समक्ष अपने विचार को रख रहा हूँ । किसी प्रकार की विशेष त्रुटि हेतु आप सभी मुझ अल्पज्ञ को क्षमा करेंगे । आशा हैं की नीचे निर्दिष्ट सभी तथ्य आपके लिए कुछ सहयोगी सार्थक स्वरूप में लिखित तथ्य जीवन में प्रभावी हो ।
फलित प्रभाग :-
- ऐसा देखा गया हैं की जिन लोगों के होंठ मोटे होते हैं उनके गालों की स्तिथि भी अच्छी होती हैं । यदि उपरोक्त स्तिथि के अनुसार किसी व्यक्ति के चहरे की बनावट हो तो ऐसे व्यक्ति समृद्धशाली होते हैं यदि वर्तमान स्तिथि में न भी हो तो निश्चय ही वे किसी समृद्धशाली परिवार से संबंधित व्यक्ति होते हैं ।
- होंठ मोटे हो किन्तु गालों की स्तिथि अच्छी न दिखे तो व्यक्ति का जीवन कष्टमय हो जाता हैं ऐसा देखने को मिलता हैं । ऐसे जातक की अधूरी इक्षाओ की पूर्ति हेतु जीवन में संघर्षशील होता हैं ।
- यदि होंठों थोड़ी मोटी हो और संपुट भाग में हल्की लालिमा युक्त गुलाबी रंग के हो तो ऐसे होंठ वाले पुरुष समृद्धशाली स्तिथि से संबंधित हैं व्यक्त होता हैं ।
- यदि होंठ पतले हो तो ऐसे होंठ वाले पुरुष थोड़े क्रूर स्वभाव से परिलक्षित होते हैं स्वार्थ सिद्ध हेतु वे क्षल बल का प्रयोग करने से परहेज नहीं करते ।
- क्षुद्र राजनीति करने से परहेज नहीं करते । उपरोक्त समानांतर होंठ वाले व्यक्ति की आवाज चाहे वो पुरुष हो या स्त्री सामान्यत: पतली ही देखने को प्राप्त होती हैं ।
- यदि आवाज मोटा / मोटी हो पर उनके बोलने पर वाणी की तीक्ष्णता और वाणी की कर्कशता मिट जाती हैं । अधिकांश कई पुरुषों की आवाज जिनकी स्त्री की आवाज से समानांतर देखने को मिलती हैं उनके होंठ पतले ही देखे जातें हैं ।
- पतले व गुलाबी होंठों के साथ यदि आँखें छोटी हो तो व्यक्ति राजनीति करने वाला और बिल्ली की चपलता वाले गुणों से परिलक्षित होते हैं ।
- मोटे होंठ वाले पुरुष और पतली होंठ वाली स्त्री उत्तम होती हैं इस सिद्धांत को कभी नहीं नकारना चाहिए । पुरुष का मोटा आवाज और स्त्री की पतली आवाज अच्छी होती हैं इस सिद्धांत को भी नहीं भूलना चाहिए ।
- पुरुष के होंठ पर तिल पुरुष को वाचाल बनाता हैं ।
- होंठ यदि बहुत ज्यादा मोटे हो तो शुभ नहीं होता ।
- गुलाबी रंग के होंठ स्त्री व पुरुष दोनों के लिए सर्वोत्तम होते हैं ।
- स्त्री के होंठों पर तिल विलासिता पूर्ण जीवन शैली का सूचक हैं । भौतिक तौर पर समृद्धता का सूचक हैं । प्रेम जीवन में समृद्धता का सूचक होता हैं ।
- उपरोक्त संबंधित सूत्रों को लगाने से पूर्व दिशाये स्तिथि और रंगों व स्थानों का विशेष महत्व होता हैं इसे नहीं भूलना चाहिए ।
- मोटे होंठ वाले पुरुष में पुरुषार्थ वाली छवि देखने को मिलती हैं ।
- रूखे व फटें हुए होंठ संघर्षशील जीवनशैली का परिचायक होता हैं । उपरोक्त संबंधित सूत्रों को लगाने से पूर्व ये देख लें की व्यक्ति किस स्थान से संबंध रखता हैं । यदि व्यक्ति धनवान और समृद्धशाली परिवार से संबंधित हो किन्तु फिर भी उसके होंठ रूखे व फटे हुए हो तो इस बात की प्रबल संभावना हैं की व्यक्ति का कार्य विशेष रूप से संघर्षशील व्यक्तियो वाला हैं जैसे बड़े बड़े निर्माण विभाग से संबंधित व्यक्तियो की ऐसी स्तिथि देखने को मिल सकती हैं ।
- होंठों को कामाना पूर्ति का श्रोतक माना गया हैं । क्योंकि काम भाव से संबंधित फलादेश भी होंठों के द्वारा किया जाता हैं ।
- जिन स्त्रियों की होंठ मोटी हो उसकी आवाज भी मोटी हो सकती हैं । यदि न भी हो तो ऐसी स्त्री पुरुषत्व वाले गुणों से संबंधित गुणों को स्वाभाविक तौर पर परिलक्षित करती हैं ऐसा देखा गया हैं । किन्तु , इस सूत्र को लागू करने से पूर्व सूक्ष्म रूप से सतर्कता बरतनी चाहिए । क्योंकि स्त्री से संबंधित मामलों में गोपनीयता का भी सिद्धांत लागू होता हैं ।
- होंठों का काला रंग किसी न किसी प्रकार की शारीरिक अस्वस्थता की और इंगित करता हैं ।
- भूरा रंग गंभीर बीमारी की और इंगित करता हैं ।
- होंठों पर गहरा लाल चित्ता पेट से संबंधित रोगों की पुष्टि करता हैं ।
- होंठों पर लाल चित्ता के ऊपर यदि सफेदी लिए हो जिसे लोग मुहासे आना कहते हैं ऐसा बार बार होता हो तो भविष्य में केन्सर जैसी गंभीर विमारी होने का सूचक हैं । यदि आपके नाना या दादा के कुल में किसी भी प्रकार से उपरोक्त रोग किसी को हुई हैं तो आपको सहचेत होने की आवश्यकता होंगी ।
- विशेष तौर पर सिर्फ रंग रूप व गुण ही माता और पिता का कोई बच्चा धारण नहीं करता वल्कि रोग की भी संभावनाओ को भी धारण करता हैं ।
- यदि ऊपर व नीचे को दोनों होंठ ऊपर उठे हुए हो तो ऐसे पुरुष अपनी भावनाओ को दबा कर नहीं रखते । व्यक्त कर देते हैं स्वभावगत वाचाल किस्म के होते हैं । भावनात्मक आघात लगने पर ये अपना मानसिक संतुलन अधिकांश समय खो देते हैं । वैसे तो इस परिस्तिथि में ये अपने वाणी के द्वारा उग्र स्वाभाव को व्यक्त करते हैं । किन्तु , भावनात्मक आघात इनके लिए मृत्यु तुल्य हो जाता हैं । इन्हे हृदयघात होने की संभावना जीवन में होती हैं ।
- उपरोक्त संबंधित ऐसी ही होंठ स्त्री की हो तो वे चंचला हो जाती है और अपनी भावनाओ पर से अपना नियंत्रण खो देती हैं । ऐसी स्त्री वाचाल हो सकती हैं आजादी पसंद होती हैं । चंचला नाम ऐसी ही स्त्रियों हेतु निर्धारित हैं । कभी कभी ये अपने इसी छुटपन में कुछ ऐसी हरकत वाणी द्वारा कर देती हैं जो इन्हे अपने जीवन में भावनात्मक आघात लगाते ही रहते हैं । विशेष परिस्तिथि में मानसिक विकृति होने की संभावना देखने को मिल जाती हैं ।
- मुँह छोटी हो किन्तु ऊपरी और नीचली होंठ दोनों उठे हुए हो शूकर मुख समान अंदर के दाँत भी उठे हुए दिखे तो ऐसे व्यक्ति के जीवन में परेशानियाँ बनी रहती हैं स्वभावगत , ये लोग दिखावटी व वनवाटी जीवन को जीने के आदत के कारण अपने जीवन में आर्थिक तौर पर समस्या को धारण कर लेते हैं ।
- उपरोक्त संबंधित प्रकार के मुख होने से जातक व जातिका के अंदर कलात्मक गुणों की भरमार देखने को मिलती हैं किसी न किसी विशेष कला के क्षेत्र में इनका पहल देखने को मिलता हैं । जिसके दम पर अपना मुकाम ये लोग बनाते हैं किन्तु, वाणी पर लगाम लगाना इनके लिए असंभव होता हैं । जो कभी कभी अहितकारी स्वरूप को दर्शाता हैं ।
ये कुछ निम्नलिखित ज्योतिषीय योग आप सभी महानुभाव के समक्ष सरल व स्पष्ट शब्दों में रखने की अपनी अल्पज्ञता के दौरान रखने की कोशिश की हैं । किसी भी प्रकार की त्रुटि होने पर मैं क्षमा प्रार्थी हूँ । उपरोक्त संबंधित सूत्रों को मैंने अपने ज्योतिषीय फलादेश के दौरान अपनाया हैं जिसके सटीकता का मैं स्वतः प्रमाण हूँ । आगे मेरे गुरु व मेरे आराध्य की कृपा ।।
विश्लेषणकर्ता :- आर के मिश्र
BHAGALPUR ASTROLOGY & RESEARCH CENTRE
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